हल्द्वानी के गौलापार में हुए मासूम हत्याकांड में पुलिस ने एक और सनसनीखेज खुलासा किया है। आरोपी ने पाटल से मासूम का सिर काटा और बाद में हथियार को गेहूं के ड्रम में छिपा दिया था। हत्यारोपी को रिमांड में लेकर पूछताछ की तो उसने ड्रम में पाटल होने की बात स्वीकारी। मंगलवार को दो दिन की रिमांड पूरी होने के बाद उसे जेल भेज दिया गया।
चार अगस्त को गौलापार निवासी 10 वर्षीय मासूम की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। पांच अगस्त को उसका धड़ घर के पास से बरामद हुआ था। नौ अगस्त को मासूम के पड़ोसी निखिल जोशी की गोशाला से मासूम का सिर व हाथ बरामद कर लिया गया था। इसी दिन एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने प्रेसवार्ता कर मामले का खुलासा कर दिया था।
एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि सोमवार को हत्यारोपी को दो दिन की रिमांड पर लिया गया था। मंगलवार को उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त पाटल को बरामद कर लिया गया। निखिल ने मासूम का गला काटने के बाद पुलिस से बचने के लिए पाटल को गेहूं के ड्रम में छिपा दिया था। गला काटने से पहले उसने मासूम को गला घोंटकर मारा था।
गला काटने के चक्कर में कटा हाथ
हत्यारोपी निखिल ने पुलिस के सामने यह बात कबूली है कि उनकी मंशा बच्चे का हाथ काटने की नहीं थी। जिस समय वह गला काट रहा था, उस दौरान मासूम का हाथ सिर की तरफ आ गया। गले पर लगने वाली चोट हाथ पर लग गई जिससे हाथ कट गया। हालांकि इस बात में कितनी सच्चाई है, इसका पता किसी को नहीं है।
चाचा और भाई को आरोपी के घर लेकर पहुंची पुलिस
मंगलवार को सुबह गेहूं के ड्रम में पाटल मिलने के बाद पुलिस मासूम के चाचा और चचेरे भाई को लेकर हत्यारोपी के घर पहुंची। उनके सामने ही ड्रम से पाटल को निकाला गया। मृतक के पिता ने बताया कि पुलिस ने हथियार उन्हें भी दिखाया। इसके बाद उन्हें संतुष्टि हुई।
सीबीआई जांच के लिए अनिश्चितकालीन धरने पर डटा परिवार
मासूम के पिता का कहना है कि उन्हें पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं है। सोमवार को परिवार के सदस्यों ने जन एकता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार सिंह के साथ बुद्धपार्क में धरना शुरू किया था जो मंगलवार को अनिश्चितकालीन धरने में बदल गया। मृतक के पिता का कहना है कि हत्या में हत्यारोपी का पूरा परिवार शामिल है। पुलिस ने सिर्फ निखिल को ही हत्यारोपी बनाया है। पुलिस परिवार के अन्य सदस्यों को बचा रही है। इसकी वजह आरोपी का अमीर और उनका गरीब होना है। अनिल कुमार सिंह का कहना है कि सीबीआई जांच की मांग पूरी होने तक अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। जरूरत पड़ने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा।